10 Lines on Dussehra festival in English for students and children are given below.
300 words Essay on Dussehra or Vijayadashmi
Dussehra is a Hindu festival. It is also known as Vijayadashami or Dashahara. It is celebrated at the end of Navaratri on the tenth day in the month of September or October ( Ashvin or Kartik as per Hindu calendar). It is celebrated all over India.
Dussehra symbolizes the victory of the power of good over the power of evil. On this day Lord Rama killed Ravana who abducted his wife Goddess Sita. Dussehra’s celebration spreads the message of goodness over sin.
Vijayadashami marks the end of Durga Puja. On this day Goddess Durga killed demon Mahishasura to restore and protect dharma.
Many people play dramatic acts by depicting the story of Lord Rama and Demon Ravana. These dramas are known as Ram -Leela. Ram-Leela ends on the tenth day, that is Dussehra.
Many people or theater actors play the role of Lord Rama, Laxman, Hanuman, Ravana, Goddess Sita, and other characters on the stage. People of every age enjoy seeing these dramas and are able to connect to our heritage and Hindu mythology.
On Dussehra effigies of Ravana, Kumbhkarana and Meghnath are built and filled with explosive material. In the evening, these effigies are burnt which marks the end of the battle between Lord Rama and Demon Ravana.
Many carnivals and fairs are organized for the celebration of the Dussehra festival. Many stalls of different variety of foods, toys and swings are enacted near the ground where the effigies are burnt. People and children enjoy it very much.
Students get ten days holiday and spend quality time with their parents, grandparents and friends. They wait eagerly to celebrate this festival. In India, Dussehra is celebrated with great enthusiasm and zeal. This festival also teaches us the triumph of good over evil and right over wrong. We should inculcate these values in our lives.
10 Lines on Dussehra Festival
These 10 lines on Dussehra Festival are for class 1,2,3,4 & 5.
- Dussehra is a sacred festival of Hindus.
- Dussehra Festival falls in the month of September or October.
- It is also known as Dashahra or Vijayadashami.
- On this day Lord Rama killed Demon Ravana and defeated him.
- It is celebrated all over the India with great enthusiasm.
- It is celebrated at the end of Navaratri.
- Many people and artist play the role of Lord Rama, Goddess Sita and other characters during Ram-Leela on the stage.
- Effigy of Demon Ravana, Kumbhkaran and Meghnath are burnt on this day.
- This festival gives us the message of victory of good over evil.
- Many carnivals and fairs are organized to celebrate this festival.
दशहरा पर्व पर १० पंक्तियाँ
दशहरा महोत्सव पर ये 10 पंक्तियाँ कक्षा 1,2,3,4 और 5 के लिए हैं।
1.दशहरा हिंदुओं का एक पवित्र त्योहार है।
2.दशहरा महोत्सव सितंबर या अक्टूबर के महीने में आता है।
3.इसे दशहरा या विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है।
4.इस दिन भगवान राम ने राक्षस रावण का वध किया था और उसे परास्त किया था।
5.यह पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
6.यह नवरात्रि के अंत में मनाया जाता है।
7.मंच पर राम-लीला के दौरान कई लोग और कलाकार भगवान राम, देवी सीता और अन्य पात्रों की भूमिका निभाते हैं।
8.इस दिन रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला दहन किया जाता है।
9.यह पर्व हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है।
10.इस त्योहार को मनाने के लिए कई मेलों का आयोजन किया जाता है।
दशहरा या विजयादशमी पर 300 शब्द निबंध
दशहरा एक हिंदू त्योहार है। इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। यह नवरात्रि के अंत में सितंबर या अक्टूबर के महीने में दसवें दिन (हिंदू कैलेंडर के अनुसार अश्विन या कार्तिक महीने) में मनाया जाता है। यह पूरे भारत में मनाया जाता है।
दशहरा बुराई पर अच्छाई की शक्ति की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने अपनी पत्नी देवी सीता का हरण करने वाले रावण का वध किया था। दशहरा का उत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश फैलाता है।
विजयादशमी दुर्गा पूजा का प्रतीक है। इस दिन देवी दुर्गा ने धर्म की रक्षा के लिए राक्षस महिषासुर का वध किया था।
बहुत से लोग भगवान राम और राक्षस रावण की कहानी का चित्रण करके नाटकीय अभिनय करते हैं। इन नाटकों को राम-लीला के नाम से जाना जाता है। दसवें दिन यानी दशहरा पर राम-लीला का समापन होता है।
कई लोग या थिएटर अभिनेता मंच पर भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान, रावण, देवी सीता और अन्य पात्रों की भूमिका निभाते हैं। हर उम्र के लोग इन नाटकों को देखने का आनंद लेते हैं और हमारी सांस्कृतिक विरासत और हिंदू पौराणिक कथाओं को जानते हैं।
दशहरे पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाए जाते हैं और उनमें विस्फोटक सामग्री भरी जाती है। शाम को, इन पुतलों को जलाया जाता है जो भगवान राम और राक्षस रावण के बीच युद्ध के अंत का प्रतीक है।
दशहरा के उपलक्ष्य में कई मेलों का आयोजन किया जाता है। जहां पर पुतले जलाए जाते हैं, वहां विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों, खिलौनों और झूलों के कई स्टॉल लगाए जाते हैं। लोग और बच्चे इसका खूब लुत्फ उठाते हैं।
छात्रों को दस दिनों की छुट्टी मिलती है और वे अपने माता-पिता, दादा-दादी और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताते हैं। वे इस त्योहार को मनाने के लिए बेसब्री से इंतजार करते हैं। भारत में दशहरा बहुत ही उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई और गलत पर सही की जीत की सीख भी देता है। हमें इन मूल्यों को अपने जीवन में उतारना चाहिए।
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